kaal sarp dosh puja ujjain
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मंगल दोष क्या होता है?

मंगल दोष एक ज्योतिषीय दोष है जो कुंडली में मंगल ग्रह की दशा में जन्मे लोगों को प्रभावित करता है। इसे भी मांगलिक दोष या मांगलिक दोष कहा जाता है। इस दोष को धर्म और संस्कृति के कुछ लोग बुरा मानते हैं, जो विवाह के समय एक मांगलिक और एक नॉन-मांगलिक व्यक्ति के बीच कुछ समस्याओं का कारण बन सकता है।

इस दोष को शास्त्रों में निम्नलिखित के रूप में वर्णित किया गया है:

  • मंगल ग्रह विवाह के समय दुहराते हैं।
  • मंगल ग्रह चौथे, सातवें या बारहवें भाव में स्थित होता है।
  • मंगल ग्रह का संयोग किसी दूसरे शुभ ग्रह से नहीं होता है।

जन्मकुंडली में मंगल दोष का पता लगाने के लिए एक ज्योतिषी दोष के प्रकार की जांच करता है। इसे निष्कासित करने के लिए उपाय भी होते हैं, जो ज्योतिष द्वारा सुझाए जाते हैं।

मंगल दोष होने से क्या होता है?

मंगल दोष एक ज्योतिषीय दोष है जो कुंडली में मंगल ग्रह की विशेष स्थिति से उत्पन्न होता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष होता है, तो उसके जीवन में कुछ नुकसान हो सकते हैं।

इन नुकसानों में शामिल हैं:

  • विवाह में देरी: मंगल दोष वाले व्यक्ति के विवाह में देरी हो सकती है। इसका कारण हो सकता है कि अधिकतर वर वेवाहिक ब्याज मांगते हैं या फिर दूसरे कारणों से शादी में देरी होती है।
  • अधिक झगड़े: मंगल दोष वाले व्यक्ति अधिक झगड़े करते हैं और अपने साथी को तंग करते हैं।
  • घातक योग: मंगल दोष वाले व्यक्ति को घातक योग हो सकता है। इससे उन्हें नुकसान हो सकता है या वे दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।
  • स्वास्थ्य समस्याएं: मंगल दोष वाले व्यक्ति को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जैसे शीघ्रपतन, अपच, शीघ्र उत्तेजना आदि।

मंगल दोष पूजा करने से क्या फ़ायदा होता है?

मंगल दोष पूजा करने के फायदे कई हैं। मंगल दोष के कारण व्यक्ति के विवाह और जीवन में कई बाधाएं आ सकती हैं, जो पूजा करने से दूर हो सकती हैं।

इस पूजा से मंगल ग्रह की शांति मिलती है जो शादी या जीवनसाथी से संबंधित समस्याओं को दूर करता है। यह पूजा विवाह के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और विवाह से पहले की जाने वाली कुंडली मिलान के समय एक व्यक्ति मंगल दोष होने पर भी इस पूजा को करवाने से लाभ मिलता है।

मंगल दोष पूजा से व्यक्ति को मानसिक शक्ति और सामर्थ्य मिलता है जो उसकी सफलता के लिए बहुत जरूरी होता है। इस पूजा से बुरी नजर और अनुचित दृष्टि से भी रक्षा मिलती है।

इस पूजा के द्वारा व्यक्ति को स्वस्थ और समृद्ध जीवन की प्राप्ति होती है। अगर किसी व्यक्ति की व्यवसायिक या सामाजिक स्थिति में कोई बाधा होती है तो भी इस पूजा से उसकी समस्याएं हल होती हैं।

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