विषधर कालसर्प दोष: जाने प्रभाव, उपाय और खर्च

भारतीय ज्योतिष शास्त्र में कालसर्प दोष का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं, लेकिन उनमें से एक प्रकार विषधर कालसर्प दोष सबसे रहस्यमयी और अंदर ही अंदर जीवन को नष्ट करने वाला दोष माना जाता है। यह दोष सीधे मानसिक, भावनात्मक और पारिवारिक संबंधों को प्रभावित करता है।

विषधर कालसर्प दोष क्या है? राहु-केतु के विषैले प्रभाव

विषधर कालसर्प दोष कालसर्प योगों में सबसे जटिल और प्रभावशाली माना जाता है। जब कुंडली में राहु चतुर्थ भाव में और केतु दशम भाव में स्थित होते हैं, तब यह दोष निर्मित होता है। विषधर शब्द का अर्थ है विष धारण करने वाला यहाँ राहु-केतु का सर्पाकार प्रभाव मनुष्य के जीवन में विष की तरह समा जाता है। ये अन्य कालसर्प योगों से भिन्न है।

यह दोष चुनौतियाँ और समस्याएँ लाता है, लेकिन यह व्यक्ति को आध्यात्मिक विकास, आत्म-जागरूकता, और रचनात्मकता की ओर भी ले जाता है। सही उपायों के साथ, इन प्रभावों को कम किया जा सकता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं। तो आज ही उज्जैन में कालसर्प दोष पूजा कराये और अपने जीवन को सफल बनाएँ।

विषधर कालसर्प दोष कैसे बनता है?

जब कुंडली में राहु ग्यारहवें भाव में और केतु पांचवें भाव में स्थित हो, और सारे अन्य ग्रह इनके बीच फँसे हों, तब विषधर कालसर्प दोष बनता है। यह विशेष रूप से उन लोगों की कुंडली में देखा गया है जिनके जीवन में:

  • संतान संबंधी समस्याएँ रहती हैं
  • बार-बार प्रेम में धोखा मिलता है
  • मन शांत नहीं रहता और लगातार तनाव बना रहता है
  • पारिवारिक रिश्तों में खटास और दरारें आती हैं।

विषधर कालसर्प दोष के प्रभाव कौन-कौन से है?

इस दोष का सबसे बड़ा असर मानसिक स्तर पर होता है:

  • व्यक्ति आत्म-विश्वास की कमी महसूस करता है
  • बार-बार गलत निर्णय लेता है जिससे नुकसान होता है
  • दूसरों की बातों से जल्दी प्रभावित हो जाता है
  • अंदर ही अंदर घुटन और डर बना रहता है।

जाने विषधर कालसर्प दोष को शांत करने के लिए क्या है विशेष उपाय

विषधर कालसर्प दोष को शांत करने के लिए केवल एक सामान्य कालसर्प पूजा काफी नहीं है। इसमें विशेष तांत्रिक और वैदिक मिश्रित विधियों की आवश्यकता होती है:

  1. उज्जैन में विशेष विषधर शांति पूजा
  2. नागबली और त्रिपिंडी श्राद्ध का संयोजन
  3. महामृत्युंजय जाप – कम से कम 51,000 बार
  4. केतु मंत्र जाप एवं रुद्राभिषेक
  5. शिव पंचाक्षर मंत्र का नियमपूर्वक 40 दिन तक जप

उज्जैन में विषधर कालसर्प दोष पूजा कैसे होती है?

विषधर कालसर्प दोष की शांति के लिए उज्जैन में विशेष पूजा सम्पन्न कराई जाती है, जिसमें महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, काल भैरव, और नागदेवता की एक साथ आराधना होती है। इस पूजा में विशेष रूप से वैदिक पंडित मंत्रों के साथ राहु-केतु के दोष निवारण, पिंडदान, नागबली, और रुद्राभिषेक जैसे धार्मिक अनुष्ठानों को सम्मिलित करते हैं। उज्जैन की शक्ति स्थली और तांत्रिक ऊर्जा, इस पूजा को और अधिक प्रभावशाली बनाती है।

इस विशेष शांति पूजा के दौरान व्यक्ति के जीवन में फैला हुआ मानसिक, पारिवारिक और संतान से जुड़ा विष धीरे-धीरे समाप्त होता है और सकारात्मकता का संचार होने लगता है। उज्जैन में योग्य, अनुभवी और पारंपरिक पद्धति से पूजा करवाने वाले पंडितों के माध्यम से यह पूजा करने से शीघ्र और स्थायी फल की प्राप्ति होती है।

उज्जैन में कालसर्प दोष निवारण पूजा की विधि क्या है?

  1. क्षिप्रा नदी में स्नान: सुबह जल्दी स्नान करें, जो आत्मिक शुद्धि का प्रतीक है।
  2. संकल्प और गणेश पूजा: सभी बाधाओं को दूर करने के लिए गणेश जी की पूजा।
  3. नवग्रह पूजा: सभी ग्रहों की शांति के लिए मंत्र जाप और पूजन।
  4. राहु-केतु पूजा: विषधर कालसर्प दोष के लिए विशेष मंत्र जाप और हवन। मंत्र:
    • राहु: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः
    • केतु: ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः
  5. महामृत्युंजय जाप: संतान सुख और मानसिक शांति के लिए। मंत्र: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्…
  6. विसर्जन: चाँदी का नाग-नागिन जोड़ा क्षिप्रा नदी में विसर्जित करें।
  7. दान और दक्षिणा: काले तिल, सरसों का तेल, और अन्य सामग्री का दान।

विषधर कालसर्प दोष पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 2025:

  • नाग पंचमी: 30 जुलाई 2025, सुबह 6:00 बजे से 9:00 बजे।
  • महा शिवरात्रि: 26 फरवरी 2025, रात 11:00 बजे से 1:00 बजे।
  • अमावस्या: 29 जनवरी, 28 फरवरी, या 29 मार्च 2025, सुबह 7:00 बजे से 10:00 बजे।
  • श्रावण मास: 22 जुलाई से शुरू, प्रत्येक सोमवार।

उज्जैन में विषधर कालसर्प दोष पूजा में कितना खर्च आता है?

उज्जैन में विषधर कालसर्प पूजा का खर्च स्थान, पंडित और विधि के अनुसार भिन्न हो सकता है। इसमें लगभग ₹2,100 से ₹5,100 तक का खर्च आ सकता है। यदि नागबली, त्रिपिंडी और रुद्राभिषेक साथ में किया जाए तो यह पूजा खर्च अधिक भी हो सकता है।

उज्जैन में विषधर कालसर्प दोष पूजा बुकिंग कैसे करें?

भगवान शिव और विषधर सर्प की कृपा से अपने जीवन की समस्त बाधाओं को दूर करें। यदि आप इस दोष से प्रभावित हैं, तो आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से संपर्क करें, अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाएँ, और उज्जैन में शुभ मुहूर्त में पूजा की बुकिंग करें।

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